Manisha Bhartia
Manisha Bhartia 15 Aug, 2022 | 1 min read
Reactions 0
Comments 0
823
Surabhi sharma
Surabhi sharma 15 Aug, 2022 | 1 min read

प्रकृत्ति संग मानव

प्रकृत्ति के संग सामंजस्य या संघर्ष

Reactions 0
Comments 0
628
Shilpi Goel
Shilpi Goel 14 Aug, 2022 | 1 min read

जो बोएगा वही काटेगा

हम जो बोते हैं वही काटते हैं। जाने क्यों हर तरफ बस नफरत ही बाँटते हैं? अच्छा करोगे अच्छा भोगोगे, बुरा करोगे बुरा भोगोगे।

Reactions 0
Comments 0
730
Deepali sanotia
Deepali sanotia 12 Aug, 2022 | 0 mins read

रे मनुज

इस धरा पर मनुष्य से अक्लमंद दूसरा कोई जीव नहीं है। फिर भी अपनी मूर्खतापूर्ण लालसा के वशीभूत होकर मनुष्य स्वयं को मिले उपहार प्रकृति की अवहेलना करता है।

Reactions 1
Comments 1
783
Kumar Sandeep
Kumar Sandeep 11 Aug, 2022 | 1 min read

इस तरह हम प्रकृत्ति के अस्तित्व को अक्षुण्ण रख सकते हैं

प्रकृत्ति से लगाव उसकी देखरेख हमारा परम् कर्तव्य है।

Reactions 1
Comments 0
926
rashi sharma
rashi sharma 07 Aug, 2022 | 1 min read

बचा लो मुझे...............

पुकारती है, कराहती है, ये आवाज़ भी लगाती है, सुनों इसे ध्यान से ये अपनी कहानी सुनाती है, परेशान इंसान ही नहीं ये भी है, सिमट रहा है इसका अस्तित्व क्या इस पर हमने ध्यान दिया कभी.

Reactions 1
Comments 1
708