हमारे अपने बुजुर्ग

हमारे बुजुर्ग वृक्ष है और हम उनकी शाखाएं। दोनों एक दूसरे के पूरक हैं

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Sushma Tiwari
Sushma Tiwari 26 Jun, 2020 | 1 min read
Relationship Respect your elders

हाथ जो आज पोते को सोने के लिए थपकी दे रहे हैं 

उसके हाथों की कोमलता को जी भर निहार रहे हैं 

हाथ जो कभी सबका बोझ प्यार से उठाए चल रहे थे 

आज उपर वाले से खुद को शक्ति देने की प्रार्थना करेंगें 


 हाथ जो हमेशा गर्मजोशी से सब कुछ देने को तैयार थे,

जीवन को प्रकट करने वाले हाथ पूरी तरह से जीवित थे

अब जाने कैसे , कमज़ोर हाथ, कुछ खाली और ठंडे से 

अनुभव झलक रहा है अब इनमे जो हर दिन बढ़ते रहेंगे।


जो जीवन भर तुम पर प्रेम लुटाने को तैयार रहें हैं

आज तुमसे बस थोड़ा सा समय ही तो मांग रहे हैं

प्यार के बस भूखे है वो, प्यार को ही तरसे

चलो प्रण लेते हैं हम अपने वृद्ध जनों को भी प्रेम करेंगे 


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