श्राद्ध में श्रद्धा

पूर्वजों से जुड़े श्राद्ध के

Originally published in hi
Reactions 1
506
Vineeta Dhiman
Vineeta Dhiman 04 Sep, 2020 | 0 mins read
Karma Duties Home Jointfamily Relationship

दोस्तों, आप सबको पता है कि आजकल की पीढ़ी अपने रीति रिवाजों को खोती जा रही है। अब संस्कार सिर्फ नाम मात्र के शेष रह गए हैं। मेरी स्वरचित कविता में मै आपको अपने पूर्वजों से जुड़े श्राद्ध के बारे बता रही है।

जो कल थे, उनका आज हम है।

उन पुरखो के बचे अंश हम हैं।

यह जीवन मिला उन्हीं से...

उन्ही के वंश का चिराग हम है।

सब रीत रिवाज़ उनके दिये हैं।

सभी संस्कारों में जो बसे...

कभी पूर्वजो को देखा नही है।

पर ऋणी तो उनके हम हैं।

दिखते नहीं वो हमको...

पर उनकी नज़र में सदा हम हैं।

जो हमको आशीर्वाद देते है।

धन्य उनसे हम हैं..

नित रोज त्यौहार मनाते हो

कभी पितरों को भी याद करो

जिनकी वजह से तुम्हारा जीवन है।

आगे वाली पीढ़ी को सिखाया करो।😢😢

विनीता धीमान

1 likes

Published By

Vineeta Dhiman

vineetazd145

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Babita Kushwaha · 3 years ago last edited 3 years ago

    Nice

  • Vineeta Dhiman · 3 years ago last edited 3 years ago

    Thank you so much babita ji❤️😍😍

Please Login or Create a free account to comment.