छोले भटूरे के सामने मोमोज का स्वाद कहाँ?

भारत अपने सामने आने वाली हर चुनौतियों का सामना करने को तैयार है.... चाहे वो चीन हो या फिर चीन से आने वाला वायरस कोरोना...

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Vineeta Dhiman
Vineeta Dhiman 29 Jul, 2020 | 1 min read
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दोस्तों, आप सबने मोमोज तो खाये होंगें और न जाने कितने लोगों का यह पसंद भी होगा लेकिन यदि आपके सामने छोले भटूरे आ जाए तो आप मोमोज के स्वाद को भूल जायेंगे और छोले भटूरे ही खायेंगे। हमारे भारत का सबसे पंसदीदा, स्ट्रीट फूड, और सबके मुँह में पानी ले आने वाले छोले भटूरे के सामने चाइनीज मोमोज़ का स्वाद कहाँ टिकता है.... कहने को तो दोनो ही मैदे से बनते है लेकिन जो बात हमारे भारतीय व्यजंनों में है वो बात चाइनीज़ डिशेज़ में कहाँ....


जब चीन हमारी बराबरी हमारे भारतीय पकवानों से नही कर सकता तो वह सामरिक दृष्टि से हमारे सामने टिक ही नही सकता। चीन अपनी कूटनीतिक चालो से भारत के युवा वर्ग को अपनी चिकनी चुपड़ी बातों के मोह पाश में कैद कर सकता है, अपनी तकनीकी का फायदा उठाकर सस्ते उपकरणों, मोबाइल, और अपनी एप्लीकेशन्स को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़े पैमाने में बेच सकता है, जिसकी सप्लाई की जाती है। हर देशों में चीन का वही सामान निम्न वर्ग आराम से खरीद सकता है, जो उसी के देश महंगा मिलता है, लेकिन चीन अपनी कूटनीति से उसी सामान को कम कीमत पर बेचता है। और अपनी आर्थिक स्थिति, बाजारों में अपनी पैठ को मजबूत करता है। 


भारत के लिए भी चीन की यही सोच है कि कैसे भारत के बाज़ार पर अपना साम्राज्य स्थापित किया जाए और भारत की सीमाओं को भी अपने नियंत्रण में कर लिया जाये। लेकिन अब हम भारतीयों ने चीन की इस चाल को समझ लिया है और अब सब ने मिलकर चीन को सबक देना शुरू कर दिया है। इसके लिए सबसे पहले चीन से आने वाले सभी सामान को प्रतिबंधित कर दिया गया है और चीन की 59 मोबाइल ऍप्लिकेशन्स को भारत मे बंद कर दिया गया है, और भारत ने अपनी सीमाओं को मजबूत किया है| साथ ही साथ नए सामरिक परीक्षण भी किये जा रहे है... अब भारत का ज़मीन पर ही नही आसमान पर भी अधिकार बढ़ गया है। जिसका उदाहरण है हमारी तीनो सेनाओं का मजबूत संगठन, राफेल मिसाइल का सफल परीक्षण, और आने वाले समय मे चीन से सभी सामानों का प्रतिबंधित कर के, और अपने देश में बनने वाले ब्रैंड्स का इस्तेमाल करके, लोकल वस्तुओं को प्राथमिकता देकर हम सब मिलकर चीन को आर्थिक ही नही सामाजिक स्तर पर भी गिराया जाए। 


यदि चीन भारत पर अपनी कुदृष्टि रखता है तो उसे अब समझ जाना चाहिये कि अब भारत वो 1962 वाला देश नही है जो उसके गलत तरीको का जवाब नही दे सकता| अब भारत की स्थिति अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफी मजबूत है। भारत अपने सामने आने वाली हर चुनौतियों का सामना करने को तैयार है.... चाहे वो चीन हो या फिर चीन से आने वाला वायरस कोरोना...

यदि आप सब भी मेरी इस बात से सहमत है तो लाइक और कमेंट्स जरूर करना।

धन्यवाद

विनीता धीमान




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