सुबह का सपना

सपने भी कुछ कहते है....क्या सपने भी सच होते है? क्या सुबह का सपना सच होता है?? आप सपनो पर कितना विश्वास करते हो मेरे सपने के बारे में आपके क्या विचार है

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Vineeta Dhiman
Vineeta Dhiman 27 Apr, 2020 | 1 min read

आज की सुबह कुछ अलग है... सासूमाँ रो रही है, ससुर जी किसी से बात कर रहे है, पतिदेव दोनो बच्चों के पास बैठे हैं लेकिन मैं जमीन पर मरी पड़ी हूँ। तभी सासूमाँ बोली अब हम मीता के बिना कैसे रहेंगे। बहू थोड़ी मुँहफट थी लेकिन हम सबका ध्यान भी तो रखती थी। अभी तो कोई आस पड़ोस वाले भी हमारे घर नही आ सकते। अभी lockdown की वजह से मीता के मायके वाले भी नही आ सकेंगे। तभी मीता के पति ने कहा लेकिन अब हमें ही सब करना होगा। उसी समय ससुर जी बोले अब तुम मीता को अंतिम स्नान करवा दो और दुल्हन की तरह तैयार कर दो...सासूमाँ रोते रोते जमीन पर पड़ी मीता के पास आई और उसे अपना सहारा देकर बिठा दिया...जो सास कभी भी उसके साथ नही बैठी आज वो उसके मरने के बाद रो रही है, उसकी तारीफ कर रही है। अब उसको नहला कर तैयार कर रही है। पति ने मदद करके मरी मीता को सिंदूर और बिंदी लगा दिया और पति भी जोर जोर से रोने लगे। अपने दोनों बच्चों को रोता देख मीता का मन था कि जाकर लगे लगा ले लेकिन वह चाहकर भी कुछ न कर सकी। शरीर मे जान नही है तभी बाहर म्युनिसिपल की गाड़ी का हॉर्न सुनाई दिया अब तो मीता का जाना तय था। तभी मीता जोर से बोली मुझे मत ले जाओ...मुझे मत ले जाओ... जोर जोर से रो रही है और बार बार कह रही है मुझे मत ले जाओ तभी उसके पति ने उसे कहा कौन तुम्हे ले जा रहा है?? उठो मीता उठो तब मीता की आँख खुली तो देखा कि सब कुछ ठीक है वो मरी नही है जिंदा है। तब मीता ने गहरी साँस ली और अपने पति से कहा अभी मुझे बहुत बुरा सपना आया कि मैं मर गयी हूँ और तुम मुझे अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे हो। तुम भी ना मीता एक तो इतना लेट उठी हो ऊपर से अपने ही मरने का सपना भी देख लिया। बाहर जाकर देखो! आज की सुबह कुछ अलग है बाहर काले काले घने बादल छाए हुए है और बरसने को तैयार है। अब तुम अपने भयानक सपने को भूल जाओ और कड़क चाय बना कर लाओ। मीता ने सोचा आज की सुबह सच मे अलग है आज से पहले मुझे मेरे मरने का सपना का कभी नही आया। हे भगवान मुझ से कोई गलती हो गयी है तो मुझे माफ़ कर दो।

दोस्तों, आपको मेरी निराली सुबह का भयानक सपना कैसा लगा? मुझे आज सुबह ही यह सपना आया था कि मैं मर गयी हूँ और मेरे परिवार वाले मेरे लिए रो रहे है और मैं भी दहाड़े मार कर रो रही हूँ तभी आँख खुल गयी और देखा सब कुछ सामान्य है। तो आज मैंने इसे ही लिख दिया।

आपके साथ भी ऐसा कभी हुआ है तो plz जरूर बताना...☺️☺️☺️

आपकी दोस्त विनीता

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