आगाज़ और अंजाम #Poetrycontest

जब मानव ने इस Quarantine समय में घर मे रहकर प्रकति का सहयोग किया है तब अब देखना प्रकति भी उस अद्श्य शत्रु को कैसे हरा देती है।

Originally published in hi
Reactions 0
2247
Vineeta Dhiman
Vineeta Dhiman 18 Apr, 2020 | 1 min read

अब तू देख मानव प्रकति के रूप को

हवा में उड़ती इस दिलकश खुशबू को

गगन में उड़ते स्वच्छंद परिंदो को

अब गुलशन में बहार आ गयी है।

बाहर सड़के सुनसान तो हो गयी

पर गाड़ियों का शोर तो कम हुआ

जब आगाज़ किया था lockdown का

तब पता न था प्रकति इतनी खुश होगी।

अब इसका अंजाम भी सुखद होगा

मानव और प्रकृति के संग से

कोरोना रो रो कर जायेगा

कुछ भी न कर पायेगा।

लेकिन तू भी सीख ले इससे

अब साथ चल प्रकति के

जब तक वो तेरी रक्षक है

तब तक कोई न तेरा भक्षक है।

0 likes

Published By

Vineeta Dhiman

vineetazd145

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.