अंग्रेज चले गए लेकिन यह अंग्रेजी .... ... मुई अंग्रेजी छोड़ गए | अब क्या बताएं....... क्या हुआ क्यों भड़क रही हो????? हां मैं भड़क रही हूं तुम्हारे काम करूं तो अच्छी लगती हूं |कुछ मैं अपने मन का बोल दूं तो भड़क रही हूं....
भाई कभी कभी ऐसा हो जाता है| दीक्षा के पति बोले क्या हुआ भैया हमे भी तो बताओ |.....अरे !!!आज मैं अपनी सहेली रिया के साथ शॉपिंग पर गई थी इंग्लिश मैं भी जानती हूं | लेकिन आज तो मेरी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई ......... अरे.ऐसा क्या बोल दिया जो हमारी किसी से ना डरने वाली मैडम .....धन्यभाग हमारे कि तुम्हारे सिट्टी पिट्टी गुम हो ..........हां मजाक उड़ाओ तुम तो तुम्हें तो मौका चाहिए बस!!!!!
ऐसा क्या कह दिया रिया ने हमें भी बताओ????अरे !!!!!कुछ नहीं रहने दो एक तो दिमाग वैसे ही खराब है अंग्रेजी की वजह से ...... रास्ते में चलते चलते मैडम कहने लगी कि लू देखते हैं आई वांट टू गो लू अब सच में मैंने इसके इंग्लिश में कई नाम सुने !!!लेकिन इसका मुझे नहीं पता था और नहीं पता तो मैं झूठ क्यों बोलूं| मैंने उसे कुछ बोला नहीं मैं चुप रही| तभी रिया ने किसी दुकान वाले से पूछा तब उसने बताया और ......ओ हो वह तो मैडम वॉशरूम जाना चाहती वॉशरूम ,टॉयलेट , ये नाम तो हमको भी पता है लेकिन ये लू जिसने जान आफत में ला दी|और साथ में वह भी थी मैडम ओके....
अब वह कौन है........वह जो अपने आपको अंग्रेजी की टांग तोड़ती दिखाई देती है सारा दिन और उसको भी समझ में नहीं आया ....बस ओके ओके करती रह गई |हां नहीं तो ...हम सब ने तो उसका नाम भी ओ के रख दिया है| क्या-क्या नाम रख देते हो ???? पतिदेव ने मामला ठंडा करने की कोशिश की उसको पता लग गया होगा तो ,"लगने दो हिंदी अपनी मातृभाषा है अच्छे से आती है तो आप सहेलियों में और अपने घर परिवार में बोलने में कैसी शर्म | शर्म नहीं करनी चाहिए जहां जरूरत है वहां बोलो यह थोड़ी है कि हर जगह अंग्रेजी की टांग तोड़ते रहो !!!! वह भी गलत शलत पता है शर्ट को सल्ट बोलती है|
1 दिन उसके बेटे ने फैंसी ड्रेस में भाग लिया था मेरे को बोलती है कि वह तो साइंटिफिक बने हैं |मैंने सोचा पता नहीं क्या? बनाया इसने ?? बाद में मुझे फोटो दिखाइ.....मैंने देखा साइंटिस्ट बना था नहीं बोलना आता तो कहती वैज्ञानिक बनाया है| कई लोगों की आदत होती है लंच को लेच बोलते हैं|
पूरा सेंटेंस इंग्लिश में नहीं बोलने में 1 वर्ड बोल कर अपने आप को अंग्रेज समझते हैं| और बोलते भी इतने कॉन्फिडेंस से है कि जैसे हम इनके सामने कुछ ना हो | हां भाई हमें हिंदी प्यारी है और हमें तो हिंदी में बात करना बहुत अच्छा लगता ह है| मैडम आप अपना खून क्योंं जला रही हो ?????आपको नहीं बोलनी मत बोलो लेकिन जो बोल रहे हैं उन्हें बोलने दो....... हाँ हाँ तो मैंने कब मना किया है बोले लेकिन सही से तो बोले तभी बिटिया आ जाती है कहती है मम्मी एटी नाइन को हिंदी में क्या कहते हैं ?????यह देखो एक और अंग्रेज की औलाद .... .. अंग्रेज हाय हाय अंग्रेजी हमारी जान के दुश्मन........ तभी पतिदेव किचन में चले गए आज तो मैडम महाभारत के मूड में है इंग्लिश के साथ कहीं ऐसा ना हो कहीं मैं भी कोई अंग्रेजी का वर्ड बोल दूंगा और यह भड़क जाए तो बोले शान्त प्रिय शांत हो जाा!!!!!तभी उनकी पड़ोसन आ जाती है दीक्षा गेट खोलने जाती है तो पड़ोसन कहती है कि भाभी जी आपके पास एस० टी ०डी की दवाई है | अब दीक्षा और पति एक दूसरे को देखनेेे लगे| फिर दोबारा पूछा किस चीज की दवाई! !!! वह थोड़ा गैस बन रही थी| हे भगवान !!!!मैडम एसिडिटी बोल रही हैं....... दीक्षा अंदर चली गई दवाई लेने मन ही मन बड़बड़ती रही अंग्रेज चले गए अंग्रेजी छोड़ गये...... फिर बाद में दोनों पति-पत्नी मुस्कुराने लगे ....
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