बदलाव आके रहेगा

दुष्कर्म होने के बाद में लड़की को ही बेबसी सहनी पड़ती है उसी को दर्शाती एक लघु कथा

Originally published in hi
Reactions 0
356
Varsha Sharma
Varsha Sharma 02 Oct, 2020 | 1 min read
#khadi boli #fear

"अरे!! ये तो छोरा है और वह भी पहुंच वाला |

वा तो गरीब की छोरी •साफ बच निकलेगा, "उंगलियां तो लड़की पर ही उठेंगी, "हमेशा से ऐसा ही हुआ  है, कुछ ना बदला |  चाहे जमान्ना कितना आगे बढ़ जा.।...

आस पड़ोस की औरतें बातें बनाने लगी|

तभी देखा कि एक औरत वकील के कपड़े पहन कर बैठी है|

नहीं .....अब जमाने को बदलना होगा

 अब असली गुनहगार को सजा मिलेगी | तभी उंगलिया लड़की पर उठनी बंद होगी वकील प्रिया  गुस्से मे उठ खड़ी हुई... कब तक यूं लड़कियां अपनी जान गवाती रहेंगी |

 अब किसी दुष्कर्म पर.... कोई निर्भया बेबसी के आँसू नही बहायेगी | अब बदलाव  आके रहेगा |

और गांव की औरतें भी बोल रही है,"हां जिब्ब औरत ही औरत का साथ देवें तो जरूर कुछ बदलाव आ जागा| ना तो किसी से उम्मीद ही बेकार है

0 likes

Published By

Varsha Sharma

varshau8hkd

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.