सीमा पर जो प्रहरी खड़ा
है सीना तान
आर्यवर्त की शान है वह तो
वह है अमर जवान
इश्क है वतन से उसको
कर देता है जान निसार
सीमा पर जो प्रहरी खड़ा है सीना तान
मां की ममता त्यागी उसने
भूला पत्नी के माथे का श्रंगार
बहना की राखी सूनी है पर
देश की रक्षा में तैयार
सीमा पर जो प्रहरी खड़ा है सीना तान
इतनी पावन धरती है जो हुई सुशोभित ,पाकर ऐसे नौजवान
विदा होते जब बेटे घर से कर जाते हैं धरती लाल,
सीने पर खाते हैं गोली करते नहीं कभी मलाल
सीमा पर जो प्रहरी खड़ा है सीना तान
शहीद होकर भी जो सीमा पर अड़ा खडा है
उससे थरथर कांपते हैं दुश्मन भी आज
मातृभूमि के लिए निछावर
ऐसे सपूत हैं हरभजन जवान
सीमा पर जो प्रहरी खड़ा है सीना तान
सोन चिरैया देश है मेरा
बनी रहेगी इसकी आन
लेकर चलता है सारा जहान
वीरों की कुर्बानी पर नतमस्तक
है भारत की हर एक जान
सीमा पर जो प्रहरी खड़ा है सीना तान
वर्षा शर्मा दिल्ली
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.