किते साल हो गए बयाह कू... वा की तो गोद सुन्नी है| आज तो घनी दुखी से दोनों की ईलाज होरी पर डाक्टर साहब ने कमी बताई|
डाक्टर के धोरे से आवे थे तो रास्ते मै एक बालक के रोने की अवाज आरी थी|
आर भाई उस छोरी नै गड्डी मै से उतरकै देखा कुद्दे के ढेर में सै एक गत्ते मै बालक रों रा
उसके आदमी ने तो यू बोला कि रहन दे क्यूँ बावली होरी...
पर उसका मन ना मन्ना | बालक कु घर लै आए...हो घर मैं रोनक सी आगी पर उसके बाबा ने कहा कि पुलिस में रपट तो लिखा दो कभी कोई आकै झगड़े करन लग जा |पुलिस में रपट लिखवाई और उस बालक को कोई लेना ना आया |आज कितने दिन हो गीये भगवान की यही मर्जी होगी कि वह मां बन जा.....उसकी अब उसे कागज पतर की तैयारी करने लग रे हैं| सही है जन्म देकर मा थोड़ी बना जा किसी अनाथ को पाल लो कितने दुआ लगेगी और के पता इसके भी हो जा अभी उम्र के हैं...
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Nice
Thanks babita dear
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