मुस्कुराहट

मुस्कुराहट पर लिखी मेरी कुछ लाइनें

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Varsha Sharma
Varsha Sharma 25 Oct, 2020 | 0 mins read

झूठी तारीफों से मुस्कुराहटे बिखराते हैं लोग

सच्चाई बयां कर दो तो मुंह फुलाते हैं लोग

दूसरों के हाथ चाबी देकर जिंदगी की

रिमोट वाले खिलौने बन कर रह जाते हैं लोग

बेटियों को बचाओ और उन्हें पढ़ाओ

लेकिन पहले

उनके लिए मुस्कुराने का माहौल तो बनाओ

मुस्कुराते हुए महका देंगी वह माहौल

कभी ना उनका मखौल उड़ाओ

जमाने में बहुत गम है

बांटना है तो मुस्कुराहट ही बांटो

देखो उदास अगर किसी गरीब को

अपना दुख भूल उसके लिए कुछ करने की ठानों

यू ना दिलों को धर्म से बांटो

रुलाना तो आसान है वर्षा

किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने की ठानो


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