गुलाबी रंगत

कुछ बोलने से पहले सोचना भी ज़रूरी है।

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Vandana Bhatnagar
Vandana Bhatnagar 02 Sep, 2021 | 0 mins read

देखो,मम्मी मैंने आपकी बेटी को कितना बदल दिया।पहले ये घर के कामों से जी चुराती थी,खाना तो इसे बनाना आता ही नहीं था पर अब ये हर काम में परफेक्ट हो गई है और सारे काम अपने आप करने लगी है,हीरेन ने ऐसा अपनी सास मीरा से कहा।


हां, ठीक कहा बेटा तुम्हारी गलत आदतों और नाकारेपन ने इसकी गुलाबी रंगत को भी कालेपन में बदल दिया है, पर बेटी के मन में उपजा असंतोष तुम्हारे लिये खतरे की घंटी है। इसलिए वक्त रहते संभल जाओ।मीरा की बात सुनकर हीरेन की बोलती बंद हो गई।

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