यदि मैं एक डाॅक्टर होती !
मेरा बचपन से सपना था डाक्टर बनने का , कुछ परिस्थितियां ऐसी आयी कि फ़िर वो सपना , सपना ही रह गया ..... पर अब मैं सोचती हूं कि अगर मैं डाॅक्टर होती तो कितना अच्छा होता , मुझे जानवर और प्रकृति से अनन्य प्रेम है मैं अभी डाॅक्टर तो नहीं हूं पर मुझसे जितना होता है मैं करती हूं जानवर हम इंसानों से कुछ बोल नहीं सकते , अपनी किसी भी तकलीफ को हमें बता नहीं सकते तो एक अच्छे नागरिक होने पर हम सभी का ये कर्तव्य है कि हम जानवरों की सहायता करें , प्रकृति को नष्ट होने से बचाएं ।
मैं हूं ना...
कुछ डाक्टरो में मुस्कानें लौटा लाने का हुनर भी होता है...
भगवान और डॉक्टर
भगवान और डॉक्टर , दोनों एक समान हैं, डॉक्टर्स को समर्पित मेरी यह कविता जरूर पढ़ें🙏
फूड हैबिटस और हम
सेहत को स्वाद से बडा रखिए.. आखिर क्यों हार जाते हैं, हम स्वाद के आगे...!
सिसकी
जल प्रदूषण और जल की कमी बहुत बडी समस्या है, वर्तमान की..!
सुनती क्यों नही हो, मां...
मानव भूल करता रहा है सदियो से और चाहता है सजा भी नही हो...!