आओ माफ किया जाए

तोड़कर इन गिरहों को आओ एक दूसरे पर विश्वास किया जाए

Originally published in hi
Reactions 0
67
Surabhi sharma
Surabhi sharma 06 Apr, 2024 | 1 min read

यूँ तो माफ करना आसान नहीं

पर फिर भी आओ एक बार माफ किया जाए

यूँ तो माफ करना आसान नहीं

पर फिर भी आओ एक बार माफ किया जाए|



आक्रोश के अंधेरों पर 

मेहरबानियों का शफ्फाक किया जाए|


जो डट कर खड़ी हुई हैं ये शिगाफें

हमारे - तुम्हारे दरम्यान 

तोड़कर इन गिरहों को 

आओ फिर एक बार 

एक दूसरे पे विश्वास किया जाए |


आओ एक बार फिर माफ किया जाए 

आओ एक बार फिर माफ किया जाए |


सुरभि शर्मा

0 likes

Published By

Surabhi sharma

surabhisharma

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.