Sonnu Lamba
Sonnu Lamba 04 Aug, 2020
मजदूर
मयस्सर नही दो जून की रोटी. गरीबो की किस्मत की तपिश . किसी भी मौसम में जाती नही. हाथो की लकीरे मिट जाती हैं. मजूरी करते करते या फिर वे. साथ उनके आती ही नही....।।

Paperwiff

by sonnulamba

04 Aug, 2020

गरीबी

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