कुछ ख्वाहिशें.....

आज लगे, वक्त नहीं... हम वक्त से आगे निकल आए।

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Sonia Madaan
Sonia Madaan 22 Sep, 2020 | 0 mins read
Hindipoetry Dreams Paperwiff #thoughts

हर उस ख्वाब को दिल में सजाते हैं जो कभी

दबी हुई ख्वाहिशें और इच्छाएं बन सिमटी थीं

वो कहानियां जो अधूरे सपनों से ज्यादा और कुछ नहीं थीं

आज हमारे मुकम्मल जीवन का किस्सा हैं

कुछ जज़्बात ज़िन्दगी पर गहरा असर कर गये

बेरंग सी ज़िन्दगी में कुछ बेहतरीन रंग भर गये

अब हर मोड़ पर नये रास्ते निकलते दिखाई देते हैं

मंज़िल तक पहुंचने की उम्मीद में कोशिश पूरी करते हैं

कभी दबा, कुचला या टूटा हुआ सा महसूस होता था

वक्त साथ नहीं दे रहा, कुछ ऐसा इस मन को लगता था

सारी सीमाएं एक क्षण में टूट जाएं

बंधन जो दिलों को जकड़े हैं, खुल जाएं

खुद पर विश्वास और कुछ बदलाव

बस अपने अंदर महसूस करने की जरूरत थी

आज लगे, वक्त नहीं...

हम वक्त से आगे निकल आए।



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