मैं कौन हूँ??

ये सवाल कि मैं कौन हूँ, बड़ा पेचीदा है.... मेरा मैं ही होना सबसे उम्दा है।।

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Shubhangani Sharma
Shubhangani Sharma 29 Jun, 2022 | 1 min read
Who am I??

मेरे लबों पर हँसी लाजवाब,

पर दिल में कहीं सकुचाहट है।।


मेरी खिलती मुस्कुराहट में भी, 

तन्हाई की कहीं आहट है।।


गुदगुदाती हूँ बहुत अपनी बातों से, 

पर मुझे खुद में सिमटने से राहत है।।


मैं चाहे नाप लूँ मीलों दूर तक आसमां,

पर मुझे सुकून भरे पलों की चाहत है।।


नज़र आती हैं लोगों को मेरी चंचल बातें,

पर दिखा नहीं पाती कि दिल मेरा भी आहत है।।


मैं चुरा लेती हूँ ख़ुद को हर कभी भीड़ से,

मिलती हूँ उससे जो दायरा मुझमें अनाहत है।।


मैं दोस्त हूँ ख़ुद की भी सबके साथ साथ,

अब ये जानूँ ना कि ये आफत है या क़यामत है।।


जानती हूँ घुलना ख़ुद के स्वाद के साथ,

इसलिए शख़्शियत मेरी बदस्तूर सलामत है।।


शुभांगनी शर्मा

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