हमारे दिल मिलें हैं...

हमारे दिल मिलें हैं।

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Shubhangani Sharma
Shubhangani Sharma 15 Feb, 2023 | 0 mins read
Love

माना... हैं थोड़ी तकरारें, और शिक़वे गिले भी हैं...

क्योंकि पसंद नहीं हमारे दिल मिले हैं।।


कभी कभी सिमट जाते हैं, हम कुछ शब्दों में...

ख़ामोशी के कुछ अजीब से सिलसिले हैं।।


रूठने पर एक दूजे के, होते नहीं फ़ासले हैं,

क्योंकि एक दूजे में मौजूद हमारी मंज़िलें हैं।।


क़दम बेफ़िक्र हो बढ़ते हैं आगे, जानते हैं..

हमारे पीछे उनके दिए हौसले हैं।।


बड़ी या थोड़ी छोटी हो ज़िन्दगी हमारी,

साथ मुस्कुराने की हमारी ख़्वाइशें हैं।।


हाँ, लड़ते झगड़ते रहते हैं हम अक़्सर,

ज़ाहिर है, हम दोनों ही थोड़े सिरफिरे हैं।।

क्योंकि पसंद नहीं हमारे दिल मिले हैं.....


शुभांगनी शर्मा

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Shubhangani Sharma

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