नन्हां सा सपना

जब एक छोटा सा सपना पूरा हो जाये उसका उल्लास ही कुछ और होता है। उसी उल्लास के नाम मेरी ये रचना।

Originally published in hi
❤️ 2
💬 0
👁 689
Shubhangani Sharma
Shubhangani Sharma 28 Oct, 2020 | 0 mins read
Dreams will surely come true.

आज तो नींद ना आयेगी हमें,

एक नन्हां सा सपना पूरा जो हुआ है।।

आंखों की किरकिरी आनंद में बह गई,

सपनों का हकीकत से समझौता हुआ है।।

बदल गयी रफ्तार ज़िन्दगी की थोड़ी,

क्षणों के काँटो में उम्मीद का डेरा हुआ है।।

जो झिझकती थी कभी मेरी आवाज़,

उसके संगीत में नया सवेरा हुआ है।।

मेरी ठंडी हथेलियों में एक सरगोशी आ गयी,

उनमें मेरे सपनों का फिर से बसेरा हुआ है।।

कदम जो मेरे जम से गये थे,

फिर से तीन ताल सा उल्लास,

उनमें पसरा हुआ है।।

नींद की अब ज़रूरत नहीं ख़्वाबों के लिए,

जीवन में नया उजियारा हुआ है।।

मेरा एक नन्हां सा सपना खिलखिला रहा है,

क्यों ना हो, आज अरसे बाद वो पूरा हुआ है।।







2 likes

Support Shubhangani Sharma

Please login to support the author.

Published By

Shubhangani Sharma

shubhanganisharma

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.