मेरे कान्हा (भजन)

कान्हा को पुकारा करूँ मैं सुबह-शाम उनके ही चरणों में मेरे तो चारों धाम।।

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Shilpi Goel
Shilpi Goel 20 Mar, 2021 | 1 min read
Krishna Feelings

तेरे चेहरे के सिवा नजर कोई चेहरा आता नहीं,

मेरी यादों पर तेरा पहरा,कोई मुझको अब भाता नहीं।


जब से होश सम्भाला मैंने,

तुझसे जुदा खुद को पाया नहीं।


दीवानी हूँ तेरी इस कदर,

याद कुछ तेरे सिवा रहता नहीं।


हर संगीत का रस फीका लगता,

तेरी बंसी की धुन का रस कहीं आता नहीं।


तेरे भजनों से सजती हर शाम मेरी,

तेरे नाम बिना होता मेरा समां सुहाना नहीं।


जलता रहे चाहे सारा जमाना कान्हा,

किया जो वादा तूने वो तोड़ना नहीं।


अरदास करूँ, पुकारूँ तुझको मेरे कान्हा,

मुझसे तू अब मुँह मोड़ना नहीं।

- शिल्पी गोयल (स्वरचित एवं मौलिक)

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Shilpi Goel

shilpi goel

Comments

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  • Shashi Mangal · 3 years ago last edited 3 years ago

    Really, Heart touching

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