सिन्दूर

एक नारी के लिए सिन्दूर की अहमियत बताती रचना

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Seema sharma Srijita
Seema sharma Srijita 15 Dec, 2020 | 1 min read

मेरे ललाट पर चमकता 

ये दिव्य लाल रंग 

महज रंग नहीं है 

मेरी पावन प्रीत है 

मुस्कराकर दिल ने स्वीकारी

सदियों पुरानी ये रीत है 

इसकी लालिमा से उज्जवल है 

मन का हर कोना 

मेरे साथ है हरपल मेरा साथी 

ये विश्वास है, बहुत खास है 

ये ना केवल मेरी सुन्दरता में 

चार चांद लगाता है 

बल्कि मेरी शक्ति बन जाता है 

सलामत रहे सुहाग मेरा 

बोझ नहीं मैंने खुद चुना है इसे 

इसने भी मुझे कितना कुछ दिया है 

इसके रंगो से रंगीन है स्वप्न मेरे 

पवित्र और निर्मल भाव भरे 

अन्तिम सांस तक ससम्मान 

अपने भाल पर सजाऊंगी 

और रही बात इतिहास रचने की 

तो मैं नारी हूं ,भारतीय नारी 

सिन्दूर लगाकर भी

 इतिहास रच जाऊंगी.....


-सीमा शर्मा " सृजिता"

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