ज़रूरी है

बहुत बातें ज़रूरी हैं, मगर क्या क्या ये खुद ही पता करना पड़ेगा, मुझे जो समझ आई मैंने लिख दिया, आप देखो आपको क्या मिलता है

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Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 04 Aug, 2020 | 1 min read
#my_pen_my_strength

यहाँ ज़ख्मों से लड़ते हुए, मुस्कुराना ज़रूरी है,

आँसुओं को छुपाकर, नज़रें मिलाना ज़रूरी है,

कौन क्या समझ ले, लडख़ड़ाता हुआ देखकर,

कोई करे मदद उससे पहले सँभल जाना ज़रूरी है,


ज़रूरी है कि बिखरे ख्वाबों को अब दफना दिया जाए,

हर सफ़र से पहले, खुद हौसलों को आजमा लिया जाए,

ताने देने वाले और हँसने वाले, बस फिराक में बैठे हैं यहाँ,

ज़रूरी है कि हालातों को अपनी शर्तों पर अपना लिया जाए,


पत्थर समझ ना लें लोग हमें, इसलिए बिखर जाना भी ज़रूरी है,

टूटे चाहे लाख मगर खुद के सहारे फिर निखर पाना भी ज़रूरी है।

By:— © Saket Ranjan Shukla

IG:— @my_pen_my_strength

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Saket Ranjan Shukla

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