ज़िन्दगी और उसके झूठे वादे

ज़िन्दगी और उसके झूठे वादे

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Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 11 Jun, 2020 | 1 min read
#poetry Life #hindipoetry #my_pen_my_strength

अपनी मुश्किलों से ख़ुद ही लड़ सकता हूँ मैं,

तो साथ निभाने का दिखावा मत किया करो तुम,

बिना सहारे भी ये सफ़र तय कर सकता हूँ मैं,

तो हाथ बंटाने का झूठा दावा मत किया करो तुम,


बहुत कुछ हार चुका हूँ मैं, तुम्हारे इशारों पे चलकर,

अब और हारने को बचा ही क्या है मेरे पास,

ख़ुद को भी अब भुला चुका हूँ तेरी चाह सा बनकर ,

खुद में याद करने को बचा ही क्या है मेरे पास,


लाईलाज ही हों अगर ज़ख्म मेरे, तो उन्हें ताज़ा तो मत किया करो,

निभा ना सको साथ तो, ऐ ज़िन्दगी! झूठा वादा तो मत किया करो।

By:— © Saket Ranjan Shukla

IG:— @my_pen_my_strength

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Saket Ranjan Shukla

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