नया शहर और वो

उसे थोड़ा समय लगेगा सबसे घुलने मिलने में

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Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 15 Jan, 2021 | 1 min read
#hindipoetry #my_pen_my_strength

डरता है वो सबसे, हर एक से नज़रें चुराता है,

ज़रा सा सहमा और ज़रा ख़ामोश नज़र आता है,

नया शहर हर किसी को इतनी जल्दी तो भाता नहीं,

अपनों से दूर है वो, शायद इसलिए इतना घबराता है,


नए लोगों से मिलना जुलना, उसे पसंद आता नहीं है,

नए शहर में वो सलीके से ख़ुद को संभाल पाता नहीं है,

है थोड़ा सा अनजान वो हमारे तौर तरीकों से आज भी,

बहुतेरे उलझनों में है वो, मगर हमें सही से बताता नहीं है,


अपनों से दूर, अपनों के यादों में ही अपना वक़्त बिताता है,

नए शहर में गुम ना जाए कहीं वो, इस ख़्याल से घबराता है।


BY:— © Saket Ranjan Shukla

IG:— @my_pen_my_strength

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Saket Ranjan Shukla

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