Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 06 Nov, 2020
सन्नाटों से इज़हार
मैं शायद अपनी तन्हाई से बेइंतहा प्यार करता हूँ, अकेला चलता हूँ, अकेले सँभलता और गिरता हूँ, ना जाने क्यों, मगर खामोशियों से रिश्ता जोड़ बैठा, शायद इसलिए सन्नाटों से बार बार इजहार करता हूँ..! BY:— © Saket Ranjan Shukla IG:— @my_pen_my_strength

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by saketranjanshukla

06 Nov, 2020

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