Saket Ranjan Shukla
Saket Ranjan Shukla 06 Oct, 2020
ज़ख़्म पुराना
ज़ख़्म पुराना, फ़िर से जलने लगा है, कोई फितरत मेरे लिए बदलने लगा है, मुझे तन्हाइयों के सहारे ही आगे जाना होगा, क्योंकि मेरा होना भी किसी को खलने लगा है...! BY:— © Saket Ranjan Shukla IG:— @my_pen_my_strength

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by saketranjanshukla

06 Oct, 2020

तन्हाई

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