तुम अगर साथ हो

तुम अगर साथ हो

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 27 Dec, 2023 | 1 min read

काँटों की चुभन भी प्यारी लगे,

दर्द से भी जीवन की यारी लगे,

हर मुश्किलों को गले से लगा लें हम,

दुख तकलीफ़ सारे भूला दें हम,

तुम अगर साथ हो।


ईश्वर की रज़ा में हम खुश रहें,

शिकायत के एक लफ्ज़ न कहें,

शुक्रिया करें जिंदगी के हर क्षण को,

बाँध लें तुम्हारे ह्र्दय से अपने मन को,

तुम अगर साथ हो।


अमावस में भी पूर्णिमा का प्रकाश हो,

अपने मन में एक अटूट विश्वास हो,

जीवन स्वयं का लगने लगे खास हो,

दिल को सदा दिल से ही आस हो,

तुम अगर साथ हो।


तुम अगर साथ हो जीवन में राग हो,

मन में भूले से न पैदा विराग हो

हर किसी के लिए मन में सम्मान हो,

सबके लिए मन में अनुराग हो।

तुम साथ हो तो जिंदगी से प्यार हो।


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