स्त्री

क्षणिकाएं

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 07 Mar, 2024 | 0 mins read

अपने हक की लड़ाई में

स्त्रियों ने रख लिया मुद्दा

पुरुष से तुलना और उनकी बराबरी का

और यहीं कर दिया स्वयं को दुर्बल

नही करना था उन्हें किसी से तुलना

बनानी थी अपनी पहचान।


जितने हुए कपड़े छोटे

उतनी हुई स्त्री आधुनिक

वस्त्र जो था सुविधा और सुरक्षा का माध्यम

वही बन गया

स्त्री की उन्नति का प्रतीक।



स्त्री जिसे बनना था स्त्री की हितैषी,

बन गयीं प्रतिद्वंद्वी

बनाने लगीं अवरोध

ताकि हर कोई दे सकें उन्हें मात

और यही था नारी सशक्तिकरण।


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