माहवारी और स्वच्छता

विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस पर

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 26 May, 2021 | 0 mins read

ईश्वर की अद्भुत कलाकृति मैं,

कई बातों से अलग हूँ।

पुरुष स्त्री की समानता की बातें

पर शारीरिक रूप से विलग हूँ।

किशोरावस्था में ज्यों कदम रखा,

हुए कुछ विशेष परिवर्तन।

शारीरिक विकास के संग संग

हुआ मासिक स्राव का चक्रण।

डर क्षोभ भय आशंका थी मन में

नही कहना आसान था किसी को।

अधकचरे ज्ञान को पा सखियों से

सशंकित रहती थी हर क्षण में।

पीड़ा दर्द से भी होती परेशानी,

चिड़चिड़ापन बढ़ जाती अनजानी।

डर मन के कोने में बसा था,

किससे कहूँ कौन सच्चा था।

धीरे धीरे जब पता चला,

तब भी मन में था शंका।

फिर मीना मंच का स्कूलों में गठन हुआ,

वहां शिक्षिका ने बतलाया ये तुम्हे क्या हुआ?

स्वच्छता सफाई पर ध्यान देने की बात कही,

वरना बीमारियों का घर होगा ये जाना सही।

कपड़े के प्रयोग को मना किया,

सेनेटरी के प्रयोग को सुरक्षित किया।

आज विश्व स्वच्छता दिवस पर यह प्रण लें,

स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता पर बल दें।

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