ब्रिटिश सेना के छक्के छुड़ा दिये,
उनको रण में है धूल चटा दिये,
थी वीरांगना अमर हो गयी वो,
काम उन्होंने वीरता पूर्ण किये।
बरछी ढाल कृपाण कटारी,
उनसे ही खेले वो बचपन सारी,
उनकी शौर्य गाथा क्या कहे,
थी शक्ति स्वरूपा वह सुकुमारी।
हैं नतमस्तक भारतीय उनके सम्मुख,
किया उन्होंने सबको अंग्रेजों से विमुख,
नारी नही वो अवतारी थी,
कितनों पर पड़ी वह भारी थी।
उनको सदा सम्मान करें,
उनकी सदा ही हम मान रखें,
है अमर वीरांगना नमन उनको,
वीरों में अग्रणी उनका नाम रखे।
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