इश्क सबसे बड़ी नेमत या है जन्नत,
इश्क सदा ही है खुदा की इबादत,
हर तरफ इश्क की छाई है खुमारी,
यह सदा ही रही है खुदा की इनायत।
इश्क से मिले दिल को चैन ओ सुकून,
इश्क के लिये नही कुछ नामुमकिन,
इश्क दिलों को वश में करती है सदा
इश्क जैसा नही होता है कोई जुनून।
इश्क लेकर आये मन में सदा बहार,
इश्क से छा जाए सदा से ही खुमार,
इश्क दिलों को जोड़ती है हरदम,
इश्क में चलती नोंक झोंक तकरार।
इश्क के नाम से बढ़े दिलों की धड़कन,
इश्क में बेचैन रहता हर पल ये मन,
इश्क में महबूब बन जाता है सदा रब,
इश्क के लिए समर्पित करूँ ये तन।
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