खुद से प्रेम

प्रेम करने लगी हूँ

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 15 Jun, 2021 | 0 mins read

आज बहुत दिनों बाद मैं प्रेम में हूँ,

खुद के प्रेम में।

छोटी छोटी बातों का अफसोस करना

बंद कर दिया है।

नियति से भी कोई शिकायत नही बची है।

क्योंकि मैने समझ लिया है

शिकायतें दूरियाँ बढ़ती हैं।

और खुद से बढ़ती हुई दूरियाँ

जिंदगी से दूर ले जाती है।

आज बहुत दिनों के बाद में प्रेम में हूँ,

खुद के प्रेम में।

अब हर तकलीफदेह बातों को नजरअंदाज करने लगी हूँ,

थोड़े से अपने हिसाब से जीने लगी हूँ।

बात बेबात मुस्कुराने लगी हूँ।

आँसू इससे पहले की कोरों पर आये,

उसे कोई लतीफ़ा सुनाने लगी हूँ।

क्योंकि जानती हूँ ये आँसू जब दिल से निकलेंगे

सैलाब बनकर आयेंगे

कितने पलों को बहा ले जायेंगे।

अब मैं खुद के वजूद को समझने लगी हूँ,

और बहुत दिनों बाद खुद से प्रेम करने लगी हूँ।


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