आशा

आशा

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 07 May, 2021 | 0 mins read



हर जगती किरणों के साथ एक नई आशा जगती है,

मन में जीने की एक नई उम्मीद पलती है,

छंट जायेंगे ये गम के बादल जरूर,

ये जिंदगी हौले से कानों में कहती है।


आशा नही फिर जीवन बने रेगिस्तान,

आशा का है जीवन में बड़ा ही स्थान,

ये जिंदगी हर पल मुझको कहती है,

हर घने तिमिर के बाद सुबह का है मान।


आशा से ही जीवन समर जीत सकते,

बिन आशा के पल पल में हम मरते,

आशा मन में सदा ही हिम्मत भरती है,

आशा से ही जीवन बाधा पार कर सकते।


आशा का मन में तुम संचार करो,

अपने जीवन का होना तुम साकार करो,

आशा रखो आज से बेहतर कल होगा,

सोये ह्रदय में आशा जगाकर उपकार करो।

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Ruchika Rai

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