सफाई

सफाई

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Ruchika Rai
Ruchika Rai 28 Oct, 2021 | 0 mins read

घर की साफ सफाई कर चमकाते हैं,

घर को हम दीपों से सदा जगमगाते हैं

घर का कोना कोना साफ करके सदा,

हम स्वस्थ और खुशहाल जीवन बनाते हैं।


चलो सफाई का एक गुर और आजमाये,

मन की गंदगी को हम साफ कर जाये,

बैर,द्वेष,झूठ ,फरेब मन में न पालें कभी,

प्यार स्नेह और त्याग से मन को चमकाये।


सफाई का एक हुनर ऐसा हो सदा ही,

घर के साथ साथ पड़ोस को भी सजाये।

कूड़े करकट के ढेर को भी ऐसे रखे हम,

उससे भी हम कुछ उपयोगी हम लाये।


मन में सदा एक अरमान पल रहे हैं

सफाई हो विकृत मानसिकता वालों की।

सफाई हो पूर्वाग्रह मन में पलते उन विचारों की,

सफाई हो भूख गरीबी दुख दर्द तकलीफ की।


चलो सफाई का कुछ ऐसा ही हुनर अपनाते हैं,

हर दिल के नफरत को सदा ही हम मिटाते हैं।

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