जल

जल संरक्षण

Originally published in hi
❤️ 0
💬 0
👁 447
Ruchika Rai
Ruchika Rai 22 Mar, 2024 | 1 min read

आँखों से गिरे जल के भी हो कद्रदान,

जल संरक्षण की जरूरत लो तुम जान,

जल है तो कल है यह कहते हैं सभी,

जल की महत्ता की हो सबको पहचान।


जल से देखो नमी बढ़े तो बढ़े पैदावार,

नमी हो ह्र्दय में इंसानियत की पहचान,

पसीने की बूंदें जब श्रम से देखो आए,

श्रम की कद्र हो बढ़े मेहनत का मान।


जल संरक्षण का इतना हो सदा जतन,

व्यर्थ न बहाए यही मिलजुल करें प्रयत्न,

पानी आँखों में इतना जरूर सम्भाल रखें,

पानी -पानी नही कर दें किसी को मन।

0 likes

Support Ruchika Rai

Please login to support the author.

Published By

Ruchika Rai

ruchikarai

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.