बिटिया की आस

बिटिया पढ़ेगी

Originally published in hi
❤️ 0
💬 0
👁 385
Ruchika Rai
Ruchika Rai 08 Jul, 2021 | 0 mins read

गहन तिमिर के बीच,

एक छोटी सी किरण प्रकाश की।

अज्ञानता के तिमिर को दूर करने

बिटिया लिए मन में विश्वास सी।

पढ़लिखकर जग में नाम करूँ ,

अनवरत यही प्रयास करूँ।

राह के बाधा विघ्नों को पार कर,

निरंतर ही यह आस करूँ।

मैं स्वयं उदाहरण बनूँ,

अपने भाग्य खुद ही लिखूँ।

अक्षर ज्ञान प्राप्त कर,

मैं जरूर स्वावलंबी बनूँ।

माँ बाबा का नाम हो,

हर जगह मिले मान हो,

मैं बिटिया पढ़ लिख कर ऐसा करूँ,

उनको मुझ पर अभिमान हो।

बस इस गहन तिमिर को परास्त कर,

ज्ञान ज्योति में जलाऊँ।

हर तरफ उजाला हो,

ज्ञान का प्रकाश मैं ऐसे फैलाऊँ।

0 likes

Support Ruchika Rai

Please login to support the author.

Published By

Ruchika Rai

ruchikarai

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.