अगर प्रकृति की विरासत को बचाना है,
अब भी मानव को चेत जाना है,
कोरे भाषणो से कुछ नही होगा कभी,
सभी को अपनी जिम्मेदारी निभाना है।
प्रति व्यक्ति अपने जीवनकाल पेड़ लगाइए,
ऐसा सिर्फ फ़ोटो में नही कर जाइये,
प्रकृति माँ है तो माँ आज कमजोर है,
अपनी जननी के प्रति आपके धर्म को निभाइये।
व्यर्थ जल को बहने से बचाना होगा,
प्रकृति विरासत को व्यर्थ न लुटाना होगा,
है कष्ट प्रकृति माँ को अगर हमसे कोई,
तो अभी भी समय है हमें चेत जाना होगा।
एक पेड़ लगाकर अपने कर्तव्य की इति श्री मत समझिए,
उसका लालन पालन आप अपने बच्चे सरीखा कीजिये,
प्रदूषित हो न प्रकृति इतना ध्यान आप रख जाइये,
तभी प्रकृति से कुछ लेने का अधिकार है आप पाइये।
प्रकृति की विरासत को आप तो बचाइए,
अभी भी समय है आप चेत जाइये।
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