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Ruchika Rai
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2030
दिखावे की होड़
दिखावे की होड़ में हम इतना मशगुल हो गए हैं कि सही गलत का फर्क भूल चुके हैं इससे दूर रहने का प्रयास करना चाहिए।
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19 Sep, 2022
नैतिक शिक्षा
आज के इस बदलते परिवेश में सभी व्यावसायिक और रोजगारपरक शिक्षा की होड़ में लगे हुए है पर मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए नैतिक शिक्षा बहुत जरूरी है।
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19 Sep, 2022
पतन की ओर उन्मुख युवा वर्ग
बदलते परिवेश में विकास की ओर अग्रसर मानव जीवन मूल्यों के पतन की ओर अग्रसर है जरूरी है कि जीवन मूल्यों की रक्षा के लिए सार्थक प्रयास हो।
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19 Sep, 2022
लैंगिक समानता
जहाँ लाभ की बात होती वहाँ लैंगिक समानता की बातें की जाती तो दोष होने पर स्त्रियों को छूट देना बिल्कुल गलत है। गुनाह लिंग और जाति नही देखता।
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19 Sep, 2022
जीना इसी का नाम है
ऊँचे नीचे भटकाती राहें, लक्ष्य पर हो निगाहें, सुख दुख दोनों का संगम,लड़खड़ाते कदम और थामे बाँहें।
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19 Sep, 2022
ये जीवन है
हानि लाभ दोनों को थामे,अँधियारा और प्रकाश लाये,प्रेम और वैमनस्य दोनों चले संग संग, जीत और हार भी आये ,ये जीवन है जहाँ फूल और शूल दोनों मिलती हैं हमें ,जब जब कदम बढ़ाए।
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19 Sep, 2022
नखत(नक्षत्र)
नखत सारे लगें खिलाफ जब कष्ट जीवन में आये, हौसलों की डोर थामे नखत को भी अपना बनायें, नखत में उलझकर हाथ पर हाथ धरे बैठना नही, अपने कर्म की बदौलत नखत को बदल जायें।
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20 Sep, 2022
मौलिक
संविधान में दिए गए कुछ मौलिक अधिकार, उंनको देने के लिए नही करें कोई इंकार, अधिकारों की बात करें सभी नही रखे ध्यान, मूल कर्तव्यों के पालन को लाएं अपने व्यवहार।
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20 Sep, 2022
दीन
दीनों के नाथ हे रघुनंदन रघुनाथ, अपनी दृष्टि हम पर रखो हे दीनानाथ, दुख ,तकलीफ जीवन में न आये, करो कृपा सदा ही हम पर हे जगन्नाथ।
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20 Sep, 2022
मूल्यांकन
सिर्फ रहन ,सहन से किसी व्यक्ति के स्वभाव और गुण का मूल्यांकन कभी नही करना चाहिए,क्योंकि गुण और स्वभाव मानव के आंतरिक अनुभूति के कारण ही होते हैं।
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20 Sep, 2022
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