रंग में रंगना चाहती हूं।

वृन्दावन के रंग में रंगना चाहती हूं। हां मैं श्याम की राधा बनना चाहती हूं।

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Riya Vyas
Riya Vyas 05 Apr, 2020 | 0 mins read

वृन्दावन के रंग में रंगना चाहती हूं।

हां मैं श्याम की राधा बनना चाहती हूं।

मुरली की धुन में खोना चाहती हूं।

हां मैं श्याम के मुख पर वसना‌ चाहती हूं।

श्याम के नाम की माला पिरोना चाहती हूं।

हां मैं श्याम का नाम अपने साथ लेना चाहती हूं।

प्रेम की प्रीत होना चाहती हूं।

हां मैं श्याम की मीत होना चाहती हूं।

मोर पंख की तरह सुलझना चाहती हूं।

हां मैं श्याम की लटो में उलझना चाहती हूं

वृन्दावन के रंग में रंगना चाहती हूं।

हां मैं श्याम की राधा बनना चाहती हूं।

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