नई जनरेशन

आजकल के बच्चे बाप रे बाप

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rekha shishodia tomar
rekha shishodia tomar 01 Jun, 2020 | 1 min read

आजकल माता पिता को इतनी हिदायते मिलती है सोशल साइट पर की पूछिये मत।।"ये करिए" "वो करिए" "ऐसे नही ऐसे करिए।।मानो हमारे बच्चो को हमसे ज्यादा वो लोग जानते हो।।एक बार देखें आकर की कुछ बच्चो के सामने साम, दाम ,दंड ,भेद सब फेल।।

हमारे पेरेंट्स ये सब कहाँ देख पाते थे,तो क्या उन्हें, हमे पालना नही आया? तो क्या हमारे पेरेंट्स बुरे थे? या यूं कहें कि हम अच्छे बच्चे थे तो उन्हें एक्स्ट्रा एफर्ट नही लगाने पड़े।।                ऐसा नही है हमने दुखी नही किया पर डरते तो थे,भय तो था कि कुछ गलत किया तो,गलत क्या कुछ भी किया तो पिटाई निश्चित है।।आज कल तो पीटने की बात करो तो पेरेंट्स टीचर मीटिंग में आपको कठघरे में खड़ा कर दिया जाएगा

कैसे पेरेंट्स है आप? बच्चे पर हाथ उठाते है।।तो जी कुल मिला के एक चांटा भी उल्टा हमे भारी पड़ सकता है।।आजकल बच्चे स्मार्ट नही ओवर स्मार्ट हो गए है।।

कैसे बच्चे चाइल्ड साइकोलॉजी की धज्जियां उड़ाते है सुनिए 

कहते है बच्चो को बुक्स की आदत डालनी हो तो खुद मोबाइल छोड़कर बुक पढ़ो बच्चो के सामने।।हमने बुक पढ़ी जी,बेटी आकर कहती है"जब आप बुक ही पड़ती रहती हो तो मोबाइल मुझे दे दिया करो"

कहते है बच्चो का comparison मत करो।।हमारे एक पड़ोसी का बच्चा क्लास में भी फर्स्ट आया,डांस में भी।।उसकी माँ आकर बता रही थी।।हम एक शब्द नही बोले,आखिर अच्छा पैरेंट बन के दिखाना था।।बेटी खुद ही बोली"आप भी कुछ कर लो उसकी मम्मी ने कितना बढ़िया रूटीन बनाया है उसका"

कहते है बच्चो के सामने झगड़ा ना करो।।नही जी बिल्कुल नही करेंगे। जब वो आस पास ना हो तब बहस कर लेते है तो देवी एक दिन tv देखते हुए बोली"आप दोनो एक दूसरे से प्यार नही करते न" हमने चौक कर बोला"ऐसा क्यों लगा तुम्हे" " कहते है झगड़ा उसी से करते है जिससे प्यार होता है पर आप लोग तो कभी लड़ते ही नही" 

कहते है बच्चा जो चाहे वो करायो जबरदस्ती ना करो ।।अब बच्चा एक दिन बोले डांस क्लास करनी है,एक दिन बोले मार्शल आर्ट सीखनी है,एक दिन स्केटिंग,एक दिन रोटी बनाना सिखा दो,और एक दिन मुझे तो tv के अंदर जाना है भेज दो कैसे भी।।बतायो क्या क्या करा दे एक साथ।।

कहते है"नम्बर मैटर नही करते" पर जब बच्चा क्लास में टीचर के सामने दहाड़े मार मार के रोने लगे कि मुझे कम मार्क्स दिये तो बताए कैसे समझाए ये बात।।

बाहर वालो के सामने बच्चे की बुराई न करे।।सही है जो घर आया है या जिसके घर गए है वो तो देख नही रहा कि कैसे वच्चा सोफे पलंग पर कूद मचा रहा है।।पूरे घर की तलाशी में अलमारी खोले बैठा है।।प्लेट से बिस्किट लेकर फरार हो गया है।।हमने बोला "जी हमारी बेटी बड़ी होशयार है" बेटी बोलती है "कहाँ होशियार हु 20 में से 15 मार्क्स आये है,आंटी झूठ बोल रही है मम्मी"

कहते है झूठ बोलने पर प्यार से समझायो डांटना नही चाहिए।।ठीक है भाई वो भी किया तो रोज झूठी कहानियां सुननी पड़ी।।क्यो,? क्योंकि आप डांटती तो हो नही।।

कहते है हर सवाल का जवाब धैर्य से दो अब सुनिए सवाल जवाब

बेटी-मम्मी ये जो चोर होते है इनके मम्मी पापा इन्हें चोरी क्यो सिखाते है?                      मैं- बेटा वो नही सिखाते ,जो बड़ो की बात नही मानते वो गन्दे काम करते है।                    बेटी- लेकिन वो तो अपने बच्चो को जरूर सिखाएंगे क्योंकि खुद चोर है ऐसे तो सब चोर बन जाएंगे

बेटी- मरने के बाद सब कहा जाते है ?          मैं- नया जन्म लेकर पैदा होते है               बेटी-जब पैदा ही होना है तो मरते क्यो है ?         मैं-सब जिंदा रहेंगे तो जगह, खाना, पानी सब कम पड़ जायेगा।                             बेटी- तो बात तो वही है ना जब मरके पैदा हो जाएंगे तो भीड़ तो उतनी की उतनी।।।           

एक बार गलती से ओम शांति ओम देख ली साथ मे। बस उसके बाद कान पकड़ लिए सीधी सपाट फ़िल्म देखूंगी साथ मे।।क्योंकि फ़िल्म देख के रिलैक्स होने की बजाय प्रश्नों से सिर घूम गया।  ये अपने आपको कैसे देख रहा है ? ये बार बार hairstyle क्यो बदल लेते है? लड़के को याद है तो लड़की की क्यो नही? इसका दोस्त बुड्ढा हो गया ये जवान ही है? 

मम्मी ceserian में सिर्फ तीन बेबी होते है तो नार्मल में कितने हो सकते है

Doklam विवाद के टाइम एक शॉप पर नार्थ ईस्ट के लोग खड़े दिख गए बोली"देखो मम्मी चीनी घुस गए हमारे देश मे"अरे बेटा ये हमारे देश के है" मतलब हम लोग चीनी है?    

तो दीजिये धैर्य से जवाब हमसें ना हो पायेगा।।  एक हम थे एक से दो प्रश्न हुए तो जवाब मिलता था "जितनी उम्र है उतना बोला करो"किसी के घर जाके एक बिस्किट लेने के बाद मम्मी ऐसे घूरती थी कि दूसरा उठाते ही नही थे।।अब अगर बच्चो को इशारों से मना करो तो सबके बीच मे ही बोल पड़ेंगे।।"ऐसे क्यो देख रही ही आंटी खाने के लिए ही तो लायी है"

 जिस चीज़ को आप बोलोगे"अरे ये नही खाती" खाती हु आंटी पर मम्मी अच्छा नही बनाती"

कहते है बच्चो को कम मार्क्स पर हैप्पी होके दिखायो।।तो सुनिए।     बेटी- मम्मी मैं फर्स्ट आई तो आप खुश होंगे "" हा बेटा बहुत खुश" थर्ड आयी तो "तब भी खुश" ठीक है फिर तो मुझे ज्यादा मेहनत की जरूरत नही जब आप खुश ही हो तो।।।

   तो भाई बहनों बात ऐसी है कि हमारे माता पिता भी अच्छे थे और हम भी थोड़े मासूम।हम अब भी माासुम है।।औऱ बच्चे ओवर स्मार्ट।।।


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