सुर, साज और संगीत......................

बजता है तो विभोर कर देता है, आंसू झलकते है जब तो लगता है दिल छू लेता है, कौन कहता है मामूली है संगीत का हर साज़, बजता है तो लगता है सांस लेता है.

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rashi sharma
rashi sharma 03 Nov, 2022 | 0 mins read

दिमाग में उठते तूफान को शांत करता हूँ मैं,

शरीर की थकन को दूर करता हूँ मैं,

दुनिया मुझे मर्ज़ के इलाज के तौर पर इस्तेमाल करती है,

मेरी ध्वनि को शांति का जनक कहती है,


वाद्य यंत्रों ने मेरा मान बढ़ाया है,

मेरे शब्दों को सुनने लायक बनाया है,

मैं विश्व प्रसिध्द हो गया उससे जुड़ के,

उसने मुझे दुनिया के काबिल और सरहदों के पार पहुँचाया है,


मेरी ताल पर दुनिया झूमती है,

संगीत भले समझ में ना आए फिर भी सहराना होती है,

ऐसा मुकाम बना लिया है उसने ज़िन्दगी में,

कोई कुछ भी कहें गाने सुनने के लिए दुनिया कायल रहती है.


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rashi sharma

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