रात तू इतनी...................

कभी तो तू भी सोया कर, छुप जाती है जब सूरज के पीछे, तब खुद की भी आवाज़ सुन लिया कर.

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rashi sharma
rashi sharma 02 Oct, 2022 | 1 min read

रात तू इतनी काली क्यों चांद की रोशनी के होते हुए भी,

तू इतनी खाली - खाली सी क्यों,

परछाई को भी तेरे आने पर खुशी मिलती है,

क्योंकि उसे भी सुस्ताने की वजह मिलती है,

कुछ तो बोल, कुछ तो बता, ज़रा हमें खुद से वाकिफ तो करा,


रात तू चुप है मगर लोगों से बातें करती है,

तभी तो तेरे तले भीड़ जमी रहती है,

तू काली सबकी ज़िन्दगी रंगों से भर देती है,

जब इंज़हार होता है कैंड़ल नाईट में तो तेरी खूबसूरती कुछ और ही होती है.

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rashi sharma

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