देवतुल्य पानी

जीवन में पानी चाहें वह आँख का हो या बारिश का....बहुत महत्वपूर्ण स्थान है हमारे जीवन में।

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Radha Gupta Patwari 'Vrindavani'
Radha Gupta Patwari 'Vrindavani' 18 Aug, 2020 | 1 min read

मैं पारदर्शी सा पानी हूँ

किसी की आँखों से छलकता तो

कहीं सैलाब सा उमड़ता पानी हूँ।

रंगीन सपने हैं समाये इन आँखों ने

मैं घुमड़-घुमड़ मेघ में बसा पानी हूँ।

कहीं नालों में सड़ता सा पानी तो

कहीं छम-छम सा बरसता पानी हूँ।

यादों में भर आईं आखों का पानी तो

कभी हँसते-हँसते रुलाता पानी हूँ।

हाँ मैं रंगहीन,गंधहीन,स्वादहीन हूँ

पर अहसासों से जुड़ता देवतुल्य पानी हूँ।।

धन्यवाद

स्वरचित व मौलिक

राधा गुप्ता पटवारी



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Radha Gupta Patwari 'Vrindavani'

radhag764n

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