घाव पर नमक झिड़कना

एक लघुकथा ...प्यारी और भावुक करने वाली

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Radha Gupta Patwari 'Vrindavani'
Radha Gupta Patwari 'Vrindavani' 10 Oct, 2020 | 1 min read
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"कौन करेगा अब इससे शादी, मुश्किल है होनी।"-ताई ने मुँह बिजकाते हुए कहा।

"और क्या इज्जत लुटी लड़की से कौन से अच्छे घर का लड़का शादी करेगा। क्या जरूरत थी बाजार में मटरगस्ती करने की।"-चाची ने ऐंठ के कहा" भाभी, तुमसे पहले ही कहा था रीमा का ब्याह कर दो। अब लो पूरे खानदान की इज्ज़त मिट्टी में मिला दी इस लड़की ने।"-बुआ ने रीमा की माँ घूरत हुए कहारीमा बिस्तर पर पड़ी रोते हुए सोचने लगी न उस दिन सूट सिलवाने बाजार जाती ना ही उन लड़कों का हवस का शिकार बनतीदूर बैठे रीमा के पापा सब सुन गुस्से से बोले-"आप लोग यहां हमें स्वांतना देने आये हैं या जले पर नमक छिड़कने। यह हादसा किसी की भी बेटी के साथ हो सकता है।आप लोग एक स्त्री होकर भी एक स्त्री के प्रति ऐसे भाव। अब आप लोग अपने घर जा सकती हैं।"

धन्यवाद

राधा गुप्ता पटवारी


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Radha Gupta Patwari 'Vrindavani'

radhag764n

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