जीवन है ये

जीवन है.......

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Radha Gupta Patwari 'Vrindavani'
Radha Gupta Patwari 'Vrindavani' 23 Feb, 2021 | 1 min read
1000poems

कहीं शुरू कहीं खत्म, ये जीवन के हैं अटूट सिलसिले।

कभी मिलना कभी बिछुड़ना यही तो हैं ये झिलमिले।।


न पूरा है न आधा है जो मिला बस उसको निभाना है।

कभी है जीत की बाजी तो कभी पराजय भी सहना है।।


कभी आँसू बरसते हैं तो कभी बेतहाशा खिलखिलाना है।

कभी दुख का समंदर है तो वहीं सुख का आशियाना है।।


गिर-गिर कर संभलना है फिर उठकर भी चलना है।

कभी सम्मान मिला है तो कभी अपमान सहना है।।


ये जीवन की कहानी है जिसकी कोई मंजिल ही नहीं।

आशा-निराशा से भरा जीवन है शुरु कहीं खत्म कहीं।।

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