"वृद्धाश्रम में आज किसकी माँ आयी है"

माँ का प्यार किसी वृद्धाश्रम का मोहताज नहीं है।

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Poonam chourey upadhyay
Poonam chourey upadhyay 17 Sep, 2020 | 0 mins read
Oldagehome Sacrifices Mother Love

माँ से सौ रुपये मांगों,तो वो मुझे हज़ार दे देती है।

उससे एक रोटी मांगो,तो वो मुझे चार दे देती है।

उससे एक ड्रेस मांगो,तुझको पसंद है कहकर,वो मुझे दो दिला देती है।

कोई गलती हो जाये तो पापा को नहीं बताऊंगी कहकर,मुझे अपने गले लगा लेती है।

मुझे अब जाकर माँ का गणित समझ आया है।

जब भी मैंने कम मांगा है उससे कहीं ज्यादा पाया है।

पर आज भी मुझे एक बात समझ नहीं आई है।

जब माँ के प्यार में इतनी सच्चाई है,

तो फिर वृद्धाश्रम में आज किसकी माँ आयी है।


@पूनम चौरे उपाध्याय

मौलिक, स्वरचित

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