रंग बिरंगी दुनिया

किसी के लिए ग्लास मे पानी आधा भरा होता है ..तो किसी के लिए आधा खाली.... नजरिया सभी का अलग होता है... किसी को एक फिल्म प्रेरणादायक लगती है ....तो किसी को सामान्य ....तो किसी के लिए बेकार.... अगर कुछ अच्छा दिखे तो सिखने मे बुराई नहीं...

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Neha Srivastava
Neha Srivastava 30 Sep, 2020 | 1 min read
Nehadeep💐💐

बचपन से ही रंग-बिरंगी सिनेमा के गाने, फिल्मे देकर ही हुए बड़े.....

कब ये जीवन का महत्वपूर्ण अंग हो गया पता ही चला ......

खुशी में संगीत सुन ...नाचे ,गाए,और झूमे

गम में दुखी होकर आंंसु बहाया भी हमने

मनोरंजन के बिना शायद जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती .....

फिल्मों ने भी सीखाया ,,जीत हमेशा सच्चाई ही होती है ....

विलेन कितना भी शातिर हो ,,आखिरी में पिटाई भी उसी की होती है ......

फिल्मों की दुनिया का प्रभाव बड़ा है ,,

तभी तो लोग सिक्सपैक और छरहरी काया के दिवाने भी हुए हैं ....

अभिनेता और अभिनेत्रियों से लोग प्रभावित भी हुए हैं ...उनकी मेहनत से लोग उनके कायल भी हुये है..

सीखो उनसे मेहनत बहुत है हर क्षेत्र में.....

एक फिल्म के लिए कितने घंटे ..

काम में ही लगे हुए हैं ....

हो चाहे रंग बिरंगी दुनिया ही क्योंं ना हो.... मेहनत तो हर क्षेत्र मे है..... बिन मेहनत कुछ हासिल नहीं होता....

ऐतिहासिक ,साहित्यिक,, मनोरंजन ,,धार्मिक परिवारिक, सत्य घटना पर आधारित,, प्रेरणादायी फिल्मे.....बहुत सी बनी है ,,

कुछ फिल्मे तो ऐसी बनी ,,जिनकी अमिट छाप हमेशा रहेगी.....

हिंदी सिनेमा के लिए बॉलीवुड ,,

तेलुगू सिनेमा के लिए टोलीवुड....

तमिल सिनेमा के लिए कॉलीवुड....

हुआ मनोरंजन का क्षेत्र बहुत ही विस्तृत ......

दर्शकों का हूजूम... बहुत ही बढ़ा है....

कनार्टक सिनेमा के लिए संदलवुड....

प्रत्येक भाषा के लिए ....

.....सिनेमा का विस्तार बहुत बड़ा है......

धन्यवाद💐💐


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Neha Srivastava

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