Namita Gupta
31 Oct, 2025
करो प्रोत्साहन स्वयं का भी
सुनो, कविताओं सुनो
करो परिवर्तन स्वयं के रचे में
बदल डालो पर्याय व्याकरणों के
आमंत्रण दो आम आदमी की मुस्कराहट को
कविता हो, कविता की ही तरह बनो-ठनो
मत उलझो लेखों के तर्को में ,
तुम भी शामिल हो धूप, बारिश, हवा, पेड़ बनाने की प्रक्रिया में ,
करो प्रोत्साहन स्वयं का,, स्वयं की आंतरिक खूबसूरती का !!
Paperwiff
by namitagupta
31 Oct, 2025
#प्रोत्साहन #encouragement
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