एक मां की तैयारी करोना पर होगी भारी#paperwiff#health#coronavirus

माता और पुत्र का दायित्व

Originally published in hi
❤️ 0
💬 0
👁 1724
Moni Sharma
Moni Sharma 03 May, 2020 | 1 min read

विनय पेशे से डॉक्टर हैं आज कल में देश करोना वायरस की जो परिस्थितियां चल रही हैं उनमें वह भी अपनी ड्यूटी बहुत ही सुरक्षित तरीके से निभा रहे हैं । डॉक्टरों को पहले ही ,"भगवान के समान जीवनदान "देने वाला कहा जाता है।

विनय भी अपनी सामाजिक और पारिवारिक दायित्वों को भलीभांति निभा रहे हैं।

परिवार में 75 वर्षीय बूढ़ी मां, बीवी और एक बच्चा है।मां को गर्व है कि उनका बेटा इस मुश्किल की घड़ी में बहुत हिम्मत से काम ले रहा है।

साथ ही साथ वह चिंतित भी रहती है, "अपने परिवार के प्रति", हो भी क्यों ना, मां तो मां ही होती है बच्चा कितना भी बड़ा हो जाए मां के लिए तो बच्चा ही रहता है।

परिवार की मुखिया होने के नाते रीता जी को अपने पोते की बहुत चिंता होती है। रात में जब सब खाना खा चुके थे, तो मां ने बेटे से कहा," तू बहू और पोते को कुछ दिनों के लिए मायके भेज दे।

मां के मुंह से यह सुनते ही, विनय ने पूछा,"क्यों मां" ऐसा क्यों कह रहे हो। वह बोली जिस तरह की परिस्थितियां अभी चल रही है तो मैं सभी को सुरक्षित रखने की सोच रही हूं। पर मां!, "घर पर सभी सुरक्षित ही तो है"।

तब रीता जी बोली नहीं बेटा तू मेरी बात को समझा नहीं। घर में एक व्यक्ति की वजह से अगर 4 लोग असुरक्षित होते हैं तो हमारी भलाई इसी में है कि हम थोड़ी दिन दूरी बनाकर रखें। परंतु घर का क्या होगा? अगर पिया को मायके छोड़ दिया!

कोई बात नहीं बेटा 2 लोगों का खाना और काम काज कोई ज्यादा नहीं है। और तेरी मां अभी 'बूढ़ी' नहीं हुई है, मैं अभी 'जवान' हूं।

हम बड़े तो अपना ध्यान रख सकते हैं लेकिन बच्चों का थोड़ा सा कठिन है क्योंकि बच्चे बहुत चंचल होते हैं और उन्हें ज्यादा रोक टोक करेंगे तो उन्हें अच्छा नहीं लगेगा। इसीलिए भलाई इसी में है,"कि बहू को अपने मायके छोड़ दे।जहां पर वे सुरक्षित रहेंगे। यह समय कुछ पल के लिए कठिन तो है,"लेकिन अगर सुरक्षित रहेंगे, तभी तो जीवन भर साथ रह पाएंगे"।

दोस्तों, इस प्रकार बेटा अपने देश के प्रति दायित्व को निभा रहा है और उसकी 75 वर्षीय मां अपने मातृत्व के दायित्व को आजकल परिपक्वता से निभा रहे हैं। यह किसी मिसाल से कम नहीं है। इस प्रकार "एक मां की तैयारी है करोना पर भारी"।

आपको मेरी यह कोशिश कैसी लगी जरूर बताएं।

0 likes

Support Moni Sharma

Please login to support the author.

Published By

Moni Sharma

moni234m5

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.