Manisha Bhartia
Manisha Bhartia 08 Jul, 2020
रोशनी अतंमनं की
रोशनी हमारे अतंमनं में होनी चाहिए। क्योंकि बाहर कितनी भी रोशनी क्युं न हो। अगर हमारे अतंमनं में ही अंधेंरा है। तो हम कभी प्रकाशित नहीं हो पायेंगें

Paperwiff

by manishalqmxd

08 Jul, 2020

Heart

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